मनरेगा में नाडी खुदवाई, तीन भाई-बहन नहाते
वक्त डूबे, देर रात निकला एक शव, रेस्क्यू रोका
मवेशी चराने के लिए घर से निकले थे तीनों, देर शाम तक घर नहीं लौटे तो शुरू की तलाश
पाली
रायपुर थाना क्षेत्र के कालाकाेट गांव में शुक्रवार शाम को मवेशी चराते वक्त नाडी में नहाने के लिए उतरे तीन चचेरे भाई-बहिन डूब
गए। शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों के तलाश करने पर तीनों
के कपड़े-जूते नाडी के बाहर ही पड़े मिले। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा रेस्क्यू कर एक बच्ची का शव रात 10 बजे बाहर निकाल लिया गया। अंधेरा होने के कारण पुलिस का तैराकी में माहिर ग्रामीणों के सहयोग से ड्रेगन व सर्च लाइटों के सहारे रेस्क्यू जारी है। मनरेगा के तहत हाल ही खुदी नाडी में 10 दिन पूर्व क्षेत्र में हुई बरसात से पूरी तरह लबालब है। नाडी में गहरे खड्डे होने के साथ ही मिट्टी चिकनी होने के कारण रेस्क्यू में काफी परेशानी आ रही है। माना जा रहा है कि दोनों बच्चे चिकनी मिट्टी में फंस गए हैं। पुलिस के अनुसार कालाकोट निवासी तलवीरसिंह (12) पुत्र अमरसिंह रावत, संगीता (15) पुत्री कालूसिंह रावत व खुशबू (8) पुत्री भगवानसिंह रावत तीनों रिश्ते में चचेरे भाई बहन है। दिन में स्कूल से घर आने के बाद वे अपने मवेशी लेकर चराने के लिए गए थे। देर शाम तक उनके वापस नहीं लौटने पर चिंता हुई तो परिजनों ने उनकी तलाश की। इस दौरान तीनों के कपड़े तथा चप्पल नई खुदी हुई नाडी के बाहर ही पड़े थे। उनके नाडी में डूबने की सूचना के बाद कालाकोट समेत आसपास के लोगों का जमावड़ा लग गया। मामले की जानकारी के बाद रायपुर थाना प्रभारी सुरेश चौधरी मय पुलिस दल भी मौके पर पहुंचा तथा ग्रामीणों के सहयोग
से रेस्क्यूशुरू किया गया। थाना प्रभारी खुद ग्रामीणों के साथ नाडी
में उतरे। इस दौरान रात 10 बजे खुशबू का शव निकाल लिया गया,
जबकि दो अन्य बच्चों के बारे में पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने अंधेरा गहराने के कारण ड्रेगन व सर्च लाइटों की व्यवस्था की है। साथ ही ग्रामीण भी अपनी तरफ से ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों से रोशनी
कर दोनों बच्चों को बाहर निकालने की कवायद में जुटे हुए हैं। माैके
पर एसडीएम भंवरलाल जनागल तथा तहसीलदार नरेंद्रसिंह पंवार भी पहुंच गए । बर नाडी में बच्चों को निकालने के लिए देर रात रेस्क्यू जारी रहा।नाडी में कहीं 10 फीट तो 20 फीट तक गहरे खड्डे
पुलिस का कहना है कि नाडी की खुदाई समतल नहीं होने के कारण
शेष दो बच्चों को तलाशने में परेशानी आ रही है। कहीं पर 10 तो कहीं पर 20 फीट तक गहरे खड्डे हैं। इनमें पानी भरा हुआ है।
नाडी की मिट्टी भी चिकनी होने के कारण गोताखाेर भी अंदर उतरते ही धंस रहे हैं।जोधपुर से आई रेस्क्यू टीम में काफी मशक्कत के बाद करीब 12 बजे तीसरा शव भी निकाला गया ।
News27rajasthan पाली
रमेश दायमा
वक्त डूबे, देर रात निकला एक शव, रेस्क्यू रोका
मवेशी चराने के लिए घर से निकले थे तीनों, देर शाम तक घर नहीं लौटे तो शुरू की तलाश
पाली
रायपुर थाना क्षेत्र के कालाकाेट गांव में शुक्रवार शाम को मवेशी चराते वक्त नाडी में नहाने के लिए उतरे तीन चचेरे भाई-बहिन डूब
गए। शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों के तलाश करने पर तीनों
के कपड़े-जूते नाडी के बाहर ही पड़े मिले। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा रेस्क्यू कर एक बच्ची का शव रात 10 बजे बाहर निकाल लिया गया। अंधेरा होने के कारण पुलिस का तैराकी में माहिर ग्रामीणों के सहयोग से ड्रेगन व सर्च लाइटों के सहारे रेस्क्यू जारी है। मनरेगा के तहत हाल ही खुदी नाडी में 10 दिन पूर्व क्षेत्र में हुई बरसात से पूरी तरह लबालब है। नाडी में गहरे खड्डे होने के साथ ही मिट्टी चिकनी होने के कारण रेस्क्यू में काफी परेशानी आ रही है। माना जा रहा है कि दोनों बच्चे चिकनी मिट्टी में फंस गए हैं। पुलिस के अनुसार कालाकोट निवासी तलवीरसिंह (12) पुत्र अमरसिंह रावत, संगीता (15) पुत्री कालूसिंह रावत व खुशबू (8) पुत्री भगवानसिंह रावत तीनों रिश्ते में चचेरे भाई बहन है। दिन में स्कूल से घर आने के बाद वे अपने मवेशी लेकर चराने के लिए गए थे। देर शाम तक उनके वापस नहीं लौटने पर चिंता हुई तो परिजनों ने उनकी तलाश की। इस दौरान तीनों के कपड़े तथा चप्पल नई खुदी हुई नाडी के बाहर ही पड़े थे। उनके नाडी में डूबने की सूचना के बाद कालाकोट समेत आसपास के लोगों का जमावड़ा लग गया। मामले की जानकारी के बाद रायपुर थाना प्रभारी सुरेश चौधरी मय पुलिस दल भी मौके पर पहुंचा तथा ग्रामीणों के सहयोग
से रेस्क्यूशुरू किया गया। थाना प्रभारी खुद ग्रामीणों के साथ नाडी
में उतरे। इस दौरान रात 10 बजे खुशबू का शव निकाल लिया गया,
जबकि दो अन्य बच्चों के बारे में पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने अंधेरा गहराने के कारण ड्रेगन व सर्च लाइटों की व्यवस्था की है। साथ ही ग्रामीण भी अपनी तरफ से ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों से रोशनी
कर दोनों बच्चों को बाहर निकालने की कवायद में जुटे हुए हैं। माैके
पर एसडीएम भंवरलाल जनागल तथा तहसीलदार नरेंद्रसिंह पंवार भी पहुंच गए । बर नाडी में बच्चों को निकालने के लिए देर रात रेस्क्यू जारी रहा।नाडी में कहीं 10 फीट तो 20 फीट तक गहरे खड्डे
पुलिस का कहना है कि नाडी की खुदाई समतल नहीं होने के कारण
शेष दो बच्चों को तलाशने में परेशानी आ रही है। कहीं पर 10 तो कहीं पर 20 फीट तक गहरे खड्डे हैं। इनमें पानी भरा हुआ है।
नाडी की मिट्टी भी चिकनी होने के कारण गोताखाेर भी अंदर उतरते ही धंस रहे हैं।जोधपुर से आई रेस्क्यू टीम में काफी मशक्कत के बाद करीब 12 बजे तीसरा शव भी निकाला गया ।
News27rajasthan पाली
रमेश दायमा
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