एम.सी.एच.एन. दिवसों की मोनिटरिंग में पाली जिले ने लहराया परचम
वर्षपर्यन्त सम्पूर्ण राजस्थान में जिला रहा प्रथम पायदान पर
सभी सेवाप्रदाता एंव मोनिटर्स बधाई के पात्र - सीएमएचओ डॉ. मिर्धा
पाली
राज्य सरकार के निर्देशानुसार पाली जिले के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के साथ साथ आंगनवाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की प्रसवपूर्व देखभाल ,टीकाकरण तथा बच्चों के विकास की गिरानी एवं उनके टीकाकरण करने एवं पोषाहार वितरण हेतु माह के एक नियत दिवस को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का आयोजन किया जाता है,जो सामान्यतया कोई ना कोई गुरूवार का दिन होता है। इसी दिन गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं एवं बच्चों को पोषाहार का वितरण भी किया जाता है। इन एम.सी.एच.एन. दिवसों की पूरे वर्ष की कार्ययोजना तैयार की जाती है तथा सेवायें प्रदान करने हेतु इन दिवसों का आयोजन किया जाता है, जिसकी नियमित निगरानी की जानी अतिआवश्यक है,ताकि लाभार्थियों को वास्तवित लाभ मिल सके तथा स्वास्थ्य सेवायें सुलभ हो सकें ।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.पी. मिर्धा ने इस बाबत जानकारी देते हुये बताया कि अन्य जिलों की भांति पाली जिले में भी आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं चिकित्सा संस्थानों पर एमसीएचएन दिवसों का आयोजन किया जाता है। क्षेत्र के सम्बंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर इन दिवसो के आयोजन हेतु आवश्यक सामग्री, औषधियों, टीकों आदि की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाती है तथा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता इन केन्द्रों पर पहॅुच कर गर्भवती महिलाओं, बच्चों,धात्री महिलाओं तथा किशारी बालिकाओं को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करते हैं ताकि इनका बेहतर स्वास्थ्य बना रहे। डॉ. मिर्धा ने बताया कि गत वर्ष माह जून 2020 से माह जून 2021 के दौरान पाली जिले में लगभग 32 हजार इस प्रकार के एम.सी.एच.एन. दिवसों का आयोजन आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से किया गया। इन दिवसों के आयोजन की प्रभावी मोनिटरिंग की कार्ययोजना तैयार कर लगभग 15 हजार से अधिक सत्रों की मोनिटरिंग की गई,जो कि सम्पूर्ण राजस्थान में सर्वाधिक रही है तथा इन सत्रों की मोनिटरिंग में पाली जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जो पाली जिले के लिये गौरव का विषय है। डॉ. मिर्धा ने बताया कि इस वर्ष और प्रभावीरूप से इन सत्रों का आयोजन किया जायेगा तथा मेानिटरिंग का प्रतिशत और बढाया जायेगा।
विभाग के इन अधिकारियों ने सत्रों की प्रभावी मोनिटरिंग:-
डॉ. आर.पी. मिर्धा ने बताया कि गत वर्ष कोरोना के भारी प्रकोप के बावजूद इन सत्रों के आयोजन में पाली जिला मुख्यालय पर कार्यरत सीएमएचओ डॉ. आर.पी. मिर्धा, अतिरिक्त सीएमएचओ डॉ. तेजपाल चारण, आरसीएचओ डॉ. उजमा जबीन, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. विकास मारवाल, डीपीसी डॉ. विजेन्द्रपाल सिंह, एएनएमटीसी के प्रधानाचार्य के.सी. सैनी, डीपीएम भवानीसिंह, यूपीएम जितेन्द्र परमार, डीएसी कुलदीप गोस्वामी, आईईसी समन्वयक नन्दलाल शर्मा के अलावा जिले के सभी बीसीएमओ, सभी सीएचसी प्रभारी, सभी पीएचसी प्रभारी, बी.पी.एम. आदि ने नियमितरूप से अलग अलग क्षेत्रों में जाकर सत्र आयोजन की मोनिटरिंग की तथा सत्रों को प्रभावी बनाने हेतु स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
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