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पेयजल की समस्याओं को लेकर गम्भीर है पाली कलेक्टर

 पाली
उपखंड पाली की पेयजल से सम्बंधित समस्याओ के निवारण हेतु तहसील कार्यालय पाली में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कोई भी निवासी पेयजल संबंधित शिकायत कंट्रोल रूम में दर्ज करा सकता है। कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 02932-222252 है। यह जानकारी उपखण्ड अधिकारी रोहिताशव सिंह तोमर ने दी है


जिले में पेयजल सप्लाई के पुख्ता प्रबंध करे  अधिकारी -जैन

पाली, 3 मई। जिले में पेयजल सप्लाई नियमित बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं। 

जिला कलेक्टर दिनेशचंद जैन ने सभी उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारियों एवं जलदाय विभाग के अधिकारियों की शुक्रवार कलक्टर सभागार में बैठक लेकर निर्देश दिए कि जिले में ग्रीष्म ऋतु में सभी शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त पेयजल सप्लाई होनी आवश्यक है। उन्होंने सभी उपखंड एवं विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र का आगामी तीन दिनों में भ्रमण कर पेयजल व्यवस्था की मौके पर जाकर समीक्षा करें साथ ही तय करें कि जिन क्षेत्रों में पेयजल का संकट है उसके क्या वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है।

       उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग एवं पंचायत समिति अपने-अपने खराब हैण्डपंपों की मरम्मत की समुचित व्यवस्था करें। ग्राम पंचायतों को उनके अधीन हैण्डपंपों के मरम्मत के लिए स्पेयर पार्टस की व्यवस्था करनी होगी आगामी 31 जुलाई तक जलदाय विभाग अपने अधीन हैण्डपंपों के साथ ग्राम पंचायतों के खराब हैण्डपंपों की मरम्मत करेगा। उन्होंने कहा कि ट्यूबवैल एवं अन्य खुले पेयजल स्त्रोतों की पहचान कर उन्हें चयनित करें। पेयजल स्त्रोतों में साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए ताकि किसी प्रकार की बीमारी न फैलें।

उन्होंने कहा कि जहां किसी अन्य स्त्रोतों से पानी नहीं पहुंच रहा है वहां टैंकरों द्वारा परिवहन कर पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने विकास अधिकारियों से कहा कि उनके क्षेत्रों में टंेकर से पानी पहुंचाने के लिए स्थानों का चयन कर सूची शीघ्र जलदाय विभाग को भेजें। उन्होंने कहा कि पंचायत, तहसील स्तर पर पेयजल की शिकायते दर्ज करने के लिए रजिस्टर संधारित हो तथा उसमें शिकायत के संबंध में की गई कार्यवाही का इन्द्राज किया जाए। जिला स्तरीय शिकायत आने पर जलदाय विभाग को सूचित कर निराकरण करने की कार्यवाही की जाए। उपखण्ड स्तर पर साप्ताहिक बैठक में पेयजल सप्लाई व्यवस्था की समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि जनता जल योजना में कार्यवाही करते हुए जहां आर.ओ.प्लांट लगे हुए है लोगों को वहां से पेयजल लेने के लिए जागरूक करें। स्थानीय ग्राम पंचायतों को इसमें शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन में लीकेज पर विशेष निगरानी रखी जाए। पाइप लाइनों की नियमित देखरेख की जाए। लिकेज को तुरंत ठीक करें। उन्होंने नरेगा सहित सरकारी कार्यों पर पेयजल, छाया एवं स्वास्थ्य व्यवस्था पर जोर देते हुए कहा कि सप्ताह में एक बार एएनएम द्वारा स्वास्थ्य जांच कर मस्टररोल में हस्ताक्षर करवाए जाए। गर्भवती महिलाओं से हल्का कार्य करवाए।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर वीरेन्द्रसिंह चोधरी ने कहा कि अवैध कनेक्शनों हटाएं। कोई भी व्यक्ति अवैध कनेक्शन लेकर पानी बेचता नजर आए तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि पेयजल स्त्रोतों को साफ-सफाई व दवाई छिड़काव की व्यवस्था करें। उनके ढक्कन खुले हो तो उसे बंद करें ताकि कोई जानवर व पक्षी उसमें न गिरे। साफ-सफाई की तिथि का भी अंकन किया जाए।जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नीरज माथुर ने बताया कि जिले के गांवों में जहां आर.ओ.प्लांट लगे हुए है वहां सरपंचों के माध्यम ग्रामीणों में पेयजल सुलभ कराने के जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 53 गांव एवं 40 ढाणियों में टैंकरों के माध्यम से पानी पहुंचाया जा रहा है। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीणा, उपखंड अधिकारी रोहिताश्वसिंह तोमर सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।


रिपोर्टर-रमेश दायमा
पाली राजस्थान

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