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रिश्वत की मांग पर नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता के विरुद्ध एफआइआर दर्ज


जालोर

 रिश्वत की मांग पर नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता के विरुद्ध एफआइआर दर्ज
 May 15, 2019

जालोर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जालोर द्वारा परिवादी डायालाल दयाराम पुत्र लादूराम निवासी राजेन्द्र नगर जालोर की लिखित रिपोर्ट पर कुलदीप मीणा कनिष्ठ अभियंता नगर परिषद जालौर के विरुद्ध रिश्वत की मांग पर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम संशोधन 2018 में प्रकरण दर्ज किया गया।

उप अधीक्षक पुलिस, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, जालोर के अन्नराज़ ने बताया कि माह दिसंबर 2018 में परिवादी डायाराम ने ब्यूरो कार्यालय जालौर में उपस्थित होकर एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की कि मैं मेरे पट्टाशुदा भूखंड पर निर्माण कार्य करवा रहा था। जिस पर दिनांक 27दिसम्बर 2018 को नगर परिषद के कनिष्ठ अभियंता कुलदीप मीणा व अन्य स्टाफ आए एवं मुझे डराया धमकाया और कहा कि तुम बिना परमिशन के निर्माण कार्य करवा रहे हो। इसलिए निर्माण कार्य चालू करना है तो मुझे ₹ 50 हजार देने होंगे। नहीं तो निर्माण कार्य तुड़वा दूंगा। जिस पर ब्यूरो द्वारा रिश्वत मांग का गोपनीय सत्यापन करवाया गया तो कुलदीप मीणा कनिष्ठ अभियंता धारा परिवादी डायाराम से ₹ 30 हजार रिश्वत की मांग की ।
पुष्टि होने पर ब्यूरो द्वारा कुलदीप मीणा कनिष्ठ अभियंता के विरुद्ध कार्रवाई शुरू की।
तिलक द्वार के बाहर बुलाया था रिश्वत की राशि लेकर
आरोपी कुलदीप मीणा ने परिवादी डायाराम को ₹ 30 हजार की रिश्वती राशि लेकर तिलक द्वार के बाहर बुलाया। परंतु कुलदीप मीणा को शक होने से रिश्वत लेने हेतु बाहर नहीं आया। तत्पश्चात ब्यूरो द्वारा कई बार आरोपी की रिश्वत राशि दिलवाने के प्रयास किए, परंतु आरोपी कुलदीप मीणा को एसीबी की कार्रवाई की भनक लगने के कारण रिश्वत राशि ग्रहण नहीं की। आरोपी कुलदीप मीणा कनिष्ठ अभियंता नगर परिषद जालोर द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर भ्रष्ट एवं अवैध तरीके से परिवादी डायाराम को डरा-धमका कर रिश्वती राशि 30 हजार रुपये की मांग करना पाया गया। उक्त कार्यवाही पर कुलदीप मीणा कनिष्ठ अभियंता नगर परिषद जालोर के विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संसोधन) 2018 में प्रकरण दर्ज करने हेतु रिपोर्ट ब्यूरो मुख्यालय राजस्थान जयपुर प्रेषित की गई। जिस पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा प्रकरण संख्या 110/2019 दिनांक 14.5.2019 दर्ज किया गया। वही अग्रिम अनुसंधान जारी है।

एसीबी जालोर ने वर्ष 2017 में तत्कालीन आयुक्त त्रिकमदान चारण को 50हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था।


जालोर से पोलाराम गेहलोत की रिपोर्ट

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