कोरोनो व लॉक डाउन में अनाथ युवक के लिए सहारा बनी मारवाड़ पुलिस
मारवाड़ जंक्शन पाली
कोरोनो व लोक डाउन के बीच मारवाड़ जंक्शन पुलिस टीम इस समय आमजन व वृद्धजनों एवं जरूरतमंदों के लिए सहारा बन सेवा में तत्पर दिख रही है । मारवाड़ जंक्शन थानाधिकारी गोपाल विश्नोई के नेतृत्व व निर्देशन में अलग-अलग गांवों में बीट पुलिस अधिकारी सिपाही अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर बुजुर्गों एवं जरूरतमंदों से उनकी समस्याए जानते है और उनकी समस्याओं का निराकरण करने में लगे हैं इसी संदर्भ में बिठौड़ा कला गांव में एक अनाथ असहाय युवक जो बीते कई वर्षों से गांव में ही मांग कर अपना पेट भरता था और अपना गुजारा चलाता था । उसको जहां आशियाना मिलता वही रात बिता देता पूरे गांव में इसका परिवार में भी कोई नहीं बचा है।
इस युवक के परिवार में कोई नही है । मारवाड़ जंक्शन थाने में कार्यरत बीट सिपाही मनमोहन मीणा की नजर इस अनाथ पर पड़ी उन्होंने इसके लिए कुछ कर गुजरने की ठानी और ग्रामीणों के सहयोग से बिठौड़ा कला गांव में ही एक निश्चित जगह पर जहां आबादी नजदीक थी वहां एक झोपड़ी बनाई और उसके अंदर चारपाई कुछ बिस्तर ओर पानी की मटके सहित जरूरत की आवश्यक सामग्री झोपड़ी में स्वयं व्यवस्था कर रखवाई । पुलिस कांस्टेबल द्वारा यह कार्य पूरे गांव में चर्चा का विषय बना और ग्रामीणों ने उक्त पुलिसकर्मी का हौसला बढ़ाया एवं धन्यवाद और आभार व्यक्त किया ज्ञात रहे कि कोरोना महामारी व लॉक डाउन के बीच कई दिनों से स्थानीय थाना अधिकारी गोपाल विश्नोई द्वारा हर गांव में बुजुर्ग और जरूरतमंदों से संपर्क किया जा रहा उनकी जरूरतों को पूछा जा रहा और कोरोनो महामारी से डरे नहीं सावधानी रखें अपने घरों में रहे और पुलिस व होमगार्ड जवानों द्वारा मुस्तेदी से व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जा रहा है ।
रिपोर्टर-सुरेश पंवार
मारवाड़ जंक्शन पाली
कोरोनो व लोक डाउन के बीच मारवाड़ जंक्शन पुलिस टीम इस समय आमजन व वृद्धजनों एवं जरूरतमंदों के लिए सहारा बन सेवा में तत्पर दिख रही है । मारवाड़ जंक्शन थानाधिकारी गोपाल विश्नोई के नेतृत्व व निर्देशन में अलग-अलग गांवों में बीट पुलिस अधिकारी सिपाही अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर बुजुर्गों एवं जरूरतमंदों से उनकी समस्याए जानते है और उनकी समस्याओं का निराकरण करने में लगे हैं इसी संदर्भ में बिठौड़ा कला गांव में एक अनाथ असहाय युवक जो बीते कई वर्षों से गांव में ही मांग कर अपना पेट भरता था और अपना गुजारा चलाता था । उसको जहां आशियाना मिलता वही रात बिता देता पूरे गांव में इसका परिवार में भी कोई नहीं बचा है।
इस युवक के परिवार में कोई नही है । मारवाड़ जंक्शन थाने में कार्यरत बीट सिपाही मनमोहन मीणा की नजर इस अनाथ पर पड़ी उन्होंने इसके लिए कुछ कर गुजरने की ठानी और ग्रामीणों के सहयोग से बिठौड़ा कला गांव में ही एक निश्चित जगह पर जहां आबादी नजदीक थी वहां एक झोपड़ी बनाई और उसके अंदर चारपाई कुछ बिस्तर ओर पानी की मटके सहित जरूरत की आवश्यक सामग्री झोपड़ी में स्वयं व्यवस्था कर रखवाई । पुलिस कांस्टेबल द्वारा यह कार्य पूरे गांव में चर्चा का विषय बना और ग्रामीणों ने उक्त पुलिसकर्मी का हौसला बढ़ाया एवं धन्यवाद और आभार व्यक्त किया ज्ञात रहे कि कोरोना महामारी व लॉक डाउन के बीच कई दिनों से स्थानीय थाना अधिकारी गोपाल विश्नोई द्वारा हर गांव में बुजुर्ग और जरूरतमंदों से संपर्क किया जा रहा उनकी जरूरतों को पूछा जा रहा और कोरोनो महामारी से डरे नहीं सावधानी रखें अपने घरों में रहे और पुलिस व होमगार्ड जवानों द्वारा मुस्तेदी से व्यवस्थाओं को अंजाम दिया जा रहा है ।
रिपोर्टर-सुरेश पंवार


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